The Blue Tick

Elon Musk का Neuralink बनेगा वरदान! अब दिमाग में फिट होगी चिप, जानिए कैसे कर पाएंगे आवेदन

ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस टेक्नोलॉजी लकवा के मरीजों के लिए वरदान साबित हो सकती है. ये उन्हें नया जीवन दे सकता है. इस ब्रेन चिप से मरीज अपने परिवार और दोस्तों से बाते कर पाएंगे. प्राइमेट्स पर इसका अनुसंधान किया गया.

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The Blue Tick : Chip in brain वायरलेस चिप लगाकर एलोन मास्क की कंपनी न्युरालिंक ने धमाल मचा दिया है. X पर पोस्ट कर एलन मस्क ने ये जानकारी सांझा की थी. जिस व्यक्ति को ये चिप लगाया गया वो जल्द ही स्वास्थ्य हो रहा है. लेकिन न्युरालिंक ने इसके बारे कोई जानकारी नहीं दी है.

न्यूरालिंक ब्रेन चिप का उद्देश्य है कि जिन मरीजों को ट्रामा के कारण अपने विचारों को व्यक्त करने में दिक्कत होती है, वे अपने दिमाग से कंप्यूटर और मोबाइल को ऑपरेट कर सकें। इसके लिए उनके मस्तिष्क में इलेक्ट्रोड लगाए जाते हैं। इससे लकवा, मिग्रेन और पार्किंसन जैसी बीमारियों के रोगियों को फायदा होगा। मस्क ने एक्स पर पोस्ट में बताया है कि न्यूरालिक का पहला प्रोडक्ट टेलीपैथी के नाम से जाना जाएगा।

इसका इस्तेमाल सबसे पहले उन लोगों ने किया है जिन्होंने अपने हाथ-पैर खो दिए हैं। इस डिवाइस में एक हजार से ज्यादा इलेक्ट्रोड हैं। इस साल के अंत तक 11 लोगों में इसका प्रत्यारोपण करने की योजना है। मस्क ने कहा है कि सोचिए कि विख्यात वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग एक टाइपिस्ट से भी तेजी से बात कर सकते थे। यही हमारा लक्ष्य था। यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने पिछले साल मई में इसके क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति दी थी।

2017 में एलन मस्क ने न्यूरालिक कंपनी की शुरुआत की, 10 करोड़ डॉलर का निवेश किया

■ डिवाइस में एक हजार से ज्यादा इलेक्ट्रोड हैं
इस तरह काम करती है यह तकनीक

■ चिप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को इंसान के सिर में लगाया जाता है। न्युरालिका ऐप के जरिए व्यक्ति तार रहित तरीके से संवाद कर सकता है

■ ऐप व्यक्ति की गतिविधियों और विचारों को पढ़कर उसके भावों को प्रकट करता है। डिवाइस को तार रहित तरीके से चार्ज किया जा सकता है।

तकनीक न्यूरॉन स्पाइक को पहचानती है एलन मस्क ने कहा है कि चिप के लगाने के बाद व्यक्ति की हालत अच्छी हो रही है। तकनीक न्यूरॉन स्पाइक को डिटेक्ट करने में कुशल है। न्यूरालिक इंसान के दिमाग से उत्पन्न होने वाले सिग्नल को समझती है। यह डिवाइस लकवा के रोगियों के लिए रामबाण है 

ये उपकरण लकवा पीड़ितों को देता है नई उम्मीद

न्यूरालिक का दावा है कि ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाला ये उपकरण लकवा के शिकार लोगों को नई जिंदगी दे सकता है। इस उपकरण में लगी चिप के जरिए मरीज अपने परिवार और दोस्तों से संवाद कर सकते हैं। प्राइमेट्स पर किया गया अनुसंधान इस उपकरण को मानव में लगाने से पहले इसका अनुसंधान बंदरों जैसे प्राइमेट्स पर किया गया था।

इस अनुसंधान में फिजिशियन कमेटी के साथ-साथ कई विज्ञानी भी शामिल थे। इस अनुसंधान पर काफी विवाद भी हुए थे। मस्क ने बताया कि न्यूरालिक के कारण कोई भी प्राइमेट नहीं मरा है।