Education Update : स्कूलों में अब रोज़ मिलेगा फ्लेवर्ड दूध, सप्ताह में दो दिन मिल्क बार और एक दिन पिन्नी
पीएम-पोषण योजना के तहत 665.65 करोड़ रुपये का बजट मंजूर
यह पहल केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना (पूर्व में मध्याह्न भोजन योजना) के तहत की जा रही है। गुरुवार को मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी की अध्यक्षता में आयोजित राज्य स्तरीय संचालन-सह-निगरानी समिति (SLSMC) की बैठक में इस योजना के लिए 665.65 करोड़ रुपये के बजट को स्वीकृति प्रदान की गई
15 लाख से अधिक बच्चों को मिलेगा पोषण लाभ
इस योजना का उद्देश्य प्रदेशभर के 15 लाख से अधिक छात्रों तक पौष्टिक आहार पहुंचाना है। इसमें शामिल हैं:
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बाल वाटिकाओं के छात्र – 80,862
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प्राथमिक विद्यालयों के छात्र – 8,28,533
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उच्च प्राथमिक विद्यालयों के छात्र – 6,38,714
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजना को समयबद्ध और प्रभावी ढंग से लागू किया जाए ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पोषण मिल सके।
10,000 से अधिक स्कूलों में सब्जी की खेती शुरू
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) के सुझाव पर राज्य के 10,080 स्कूल रसोई उद्यानों में मेथी, पालक और सरसों जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों की खेती शुरू कर दी गई है, जिससे छात्रों को आयरन और फाइबर से भरपूर आहार मिल सके।
विश्व खाद्य कार्यक्रम के साथ साझेदारी
स्कूल शिक्षा विभाग के एसीएस विनीत गर्ग ने बताया कि पोषण की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के लिए विभाग ने विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) के साथ साझेदारी की है। इसके तहत मेवात, पानीपत, सोनीपत और पलवल (हथीन खंड) में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कार्य किया जाएगा।
इसके अलावा, भिवानी और मेवात जिलों में पहले से ही हर सप्ताह पूरक पोषण के रूप में पिन्नी का वितरण किया जा रहा है।
हरियाणा सरकार का यह फैसला न केवल बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराएगा, बल्कि उनकी शारीरिक और मानसिक वृद्धि में भी अहम भूमिका निभाएगा। राज्य स्तर पर योजना को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए विभागीय समन्वय और निगरानी को और मजबूत किया जा रहा है।