आपको भी लगती है ये आदत सही, बहुत भारी भ्रम मे है आप लोग, general knowledge मे जान लो बात
किसी भी चीज की अति फायदेमंद नहीं होती, फिर चाहे वह सेहत सुधारने के लिए की गई कोशिश ही क्यों न हो। अक्सर हम कुछ आदतों को सेहत के लिए बेहतर मान लेते हैं, लेकिन बिना सावधानी बरते इन्हें अपनाना कई बार नुकसानदायक साबित हो सकता है।
The Blue Tick, Healthy lifestyle: आजकल हेल्दी लाइफस्टाइल के नाम पर लोग लो-कार्ब डाइट, अधिक एक्सरसाइज, ग्लूटेन से दूरी, वीगन डाइट या बार-बार व्रत रखने जैसी आदतें अपना रहे हैं। लेकिन अगर सही ढंग से इन्हें नहीं अपनाया जाए, तो ये शरीर के लिए आफत बन सकती हैं।
हर चमकती चीज सोना नहीं होती
अंग्रेजी की मशहूर कहावत है-"All that glitters is not gold", यानी हर चमकने वाली चीज सोना नहीं होती। यही बात फिटनेस और हेल्दी लाइफस्टाइल ट्रेंड्स पर भी लागू होती है। उदाहरण के लिए, बहुत से लोग सिर्फ इसलिए लो-कार्ब डाइट अपनाने लगते हैं क्योंकि उनके किसी दोस्त ने इससे वजन घटा लिया। लेकिन यह जरूरी नहीं कि यह डाइट सभी के लिए फायदेमंद हो।
कार्ब्स कम करना बेहतर सेहत की गारंटी नहीं है. ऐसा करने से आपकी डाइट से फाइबर, विटामिन और मिनिरल्स जैसे आवश्यक पोषक तत्व समाप्त हो सकते हैं. कार्ब्स दिमाग और मसल्स के लिए पहली एनर्जी सोर्स प्राथमिक ऊर्जा सोर्स हैं. इसे कम किया तो थकावट हो सकती है और ब्रेन की गतिविधि भी प्रभावित हो सकती है.
व्यायाम भी बिना सोचे-समझे करना ठीक नहीं
अमेरिकी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के मुताबिक वयस्कों को हफ्ते में 150 से 300 मिनट मध्यम-तीव्रता या 75 से 150 मिनट तीव्र-तीव्रता वाली शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए. वर्कआउट के बीच पर्याप्त आराम जरूरी है. एक तथ्य ये भी है कि बहुत ज्यादा व्यायाम से कोर्टिसोल लेवल (तनाव हार्मोन) में वृद्धि होती है और वजन में इजाफा हो सकता है. शोध से पता चलता है कि अगर आप अपने छुट्टी के दिनों में भी घूमना चाहते हैं, तो चलना या योग जैसे हल्के एरोबिक कार्डियो एक अच्छा विकल्प है.
इंटरमिटेंट फास्टिंग
आजकल फास्टिंग का बहुत ट्रेंड है. वैसे तो हमारे यहां ये आत्मा और शरीर की शुद्धि से जुड़ा है लेकिन मॉर्डन युग में इसे सेहत के लिए जरूरी से ज्यादा फैशन के तौर पर लिया जा रहा है. ज्यादातर चलन 'इंटरमिटेंट फास्टिंग' यानि 'इफ' का है. 8 से 16 घंटों तक किसी सेलिब्रिटी को देख अक्सर फॉलोअर्स इसे अपना लेते हैं. लेकिन ये सही नहीं है.