MCLR Rates SBI : अरे बाप रे! एसबीआई बैंक ने दे दिया करोड़ों को झटका, क्या आपका भी हैं इस बैंक में अकाउंट
The Blue Tick : डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। MCLR Rates SBI : एसबीआई बैंक को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई हैं, जिसके बाद से इसका असर यू कहिये करोड़ों लोगों पर पड़ेगा। आपको बता दें कि बैंक ने एक बड़ा बदलाव कर दिया हैं, अगर आपका भी एसबीआई यानि स्टेट बैंक आफ इंडिया में बैंक खाता हैं तो ये जानकारी आपके लिए बेहद जरुरी है।
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक state bank of india एसबीआई (SBI) ने करोड़ों ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है. बैंक 15 जुलाई से एक खास बदलाव करने जा रहा है, जिसका सीधा असर बैंक ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा. अगर आपने भी लोन लिया है तो आपकी ईएमआई (SBI EMI) बढ़ जाएगी. बैंक ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट SBI website पर इसकी जानकारी दी है.
इसमें 0.05 फीसदी की बढ़ोतरी होगी
आपको बता दें कि बैंक ने MCLR की दरें बढ़ा दी हैं. शुक्रवार को बैंक से मिली जानकारी के मुताबिक, MCLR (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट) Marginal Cost of Funds Based Lending Rates ie MCLR की दरें 0.05 फीसदी बढ़ गई हैं. बैंक के इस फैसले से लोन की ब्याज दरें भी बढ़ जाएंगी.
15 जुलाई से लागू होगा
बैंक ने जानकारी दी है कि नई दरें 15 जुलाई से लागू हो गई हैं. बैंक ने बताया है कि फिलहाल ओवरनाइट एमसीएलआर MCLR Rates की दर 8 फीसदी है. वहीं, एक महीने में इसकी दर 8.15 फीसदी है. इसके अलावा 3 महीने के लिए दर 8.15 फीसदी है.
2 और 3 साल के लिए ब्याज दर क्या है?
बैंक ने बताया है कि 6 महीने के लिए दर 8.45 फीसदी और एक साल के लिए दर 8.55 फीसदी है. वहीं, 2 साल की एमसीएल दर 8.65 फीसदी और 3 साल की एमसीएल दर 8.75 फीसदी है.
MCLR Rates एमसीएलआर क्या है?
मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स यानी एमसीएलआर Marginal Cost of Funds Based Lending Rates ie MCLR एक न्यूनतम ब्याज है जिस पर बैंक ग्राहकों को लोन देते हैं। Reserve Bank of India भारतीय रिजर्व बैंक ने वर्ष 2016 में एमसीएलआर की शुरुआत की थी। एमसीएलआर दर बैंकों द्वारा निर्धारित की जाती है। बैंकों के लिए हर महीने अपना एकदिवसीय, एक महीना, तीन महीने, छह महीने, एक साल और दो साल का एमसीएलआर घोषित करना अनिवार्य है।
ब्याज दरें बढ़ती हैं
आपको बता दें कि जब भी कोई बैंक एमसीएलआर MCLR Rates बढ़ाता है तो उससे जुड़े लोन जैसे होम लोन, वाहन लोन की ब्याज दरें भी बढ़ जाती हैं।