100 ग्राम कच्ची मूंगफली में 1 लीटर दूध जितना प्रोटीन होता है, लेकिन ज्यादा खाओंगे तो यमलोक पहुंच जाओगे, जानिये general knowledge
The Blue Tick : Mungfali khane ke nuksan aur fayde: सर्दियों के मौसम में मूंगफली सामने हो तो भला कौन रूक पाता हैं, कई लोग तो दबा कर मूंगफली खाते है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में तो इसे अहम माना जाता हैं, कुछ लोग तो इसे गरीबों का बादाम भी कहते है। लेकिन ये मूंगफली हमें यमलोक तक भी ले जा सकती है।
मूंगफली, जिसे हम आमतौर पर गुड़ज़ भी कहते हैं, एक पौष्टिक और स्वादिष्ट स्नैक है जो भारतीय रसोईयों में आमतौर पर देखा जाता है। इसके चर्चित स्वाद के साथ-साथ, मूंगफली के सेहत के लाभों का भी बहुत अच्छा विवेचन होता है। हालांकि, इसे अधीक मात्रा में खाने के कुछ सुरक्षितता के बारे में हमें सोचना चाहिए।
मूंगफली (peanut , या groundnut ; वानस्पतिक नाम : Arachis hypogaea) एक प्रमुख तिलहन फसल है। मूंगफली वानस्पतिक प्रोटीन का एक सस्ता स्रोत हैं। इसमें प्रोटीन की मात्रा मांस की तुलना में 1.5 गुना, अण्डों से 2.5 गुना एवं फलों से ८ गुना अधिक होती है। और इसमें 50% वसा (फैट) होता है ।
मूंगफली वस्तुतः पोषक तत्त्वों की अप्रतिम खान है। प्रकृति ने भरपूर मात्रा में इसे विभिन्न पोषक तत्त्वों से सजाया-सँवारा है। 100 ग्राम कच्ची मूंगफली में 1 लीटर दूध के बराबर प्रोटीन होता है। कार्बोहाड्रेड १०.२% होता है। मूंगफली में प्रोटीन की मात्रा 25 प्रतिशत से भी अधिक होती है, जब कि मांस, मछली और अंडों में उसका प्रतिशत 10 से अधिक नहीं। 250 ग्राम मूंगफली के मक्खन से 300 ग्राम पनीर, 2 लीटर दूध या 15 अंडों के बराबर ऊर्जा की प्राप्ति आसानी से की जा सकती है। मूंगफली पाचन शक्ति बढ़ाने में भी कारगर है। 250 ग्राम भूनी मूंगफली में जितनी मात्रा में खनिज और विटामिन पाए जाते हैं, वो 250 ग्राम मांस से भी प्राप्त नहीं हो सकता है।
मूंगफली के उत्पादन के लिए भौगोलिक कारक साधारण तौर पर इसकी बुवाई जून-जुलाई माह में करते हैं। उत्पादक कटिबन्ध - यह उष्णकटिबन्धीय पौधा हैं। तापमान - 22 से 25 से.ग्रे. वर्षा - 60 से 130 सेमी. वर्षा उपयुक्त होती हैं। मिट्टी - हल्की दोमट मिट्टी उत्तम होती हैं। मिट्टी भुरभुरी एवं पोली होनी चाहिए।
मूंगफली के उत्पादन का विश्व वितरण
मूंगफली का विश्व में कुल उत्पादन लगभग 4.5 करोड़ टन है। इसमें से लगभग 40 प्रतिशत चीन में, 18 प्रतिशत भारत में, 7 प्रतिशत नाइजीरिया में, 6 प्रतिशत अमेरिका में और 5 प्रतिशत सुडान में होता है। भारत में मूंगफली की खेती गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में की जाती है।
मूंगफली के फायदे
मूंगफली का सेवन स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभदायक है। कुछ फायदे निम्नलिखित हैं:
मूंगफली में रेस्वेराट्रोल, फेनोलिक एसिड, फ्लेवेनोएड्स और फाइटोस्टेरोल का बेहतरीन स्रोत माना जाता है, ये सभी मिलकर भोजन से मिलने वाले बैड कोलेस्ट्रोल के अवशोषण को रोक देते हैं और दिल को स्वस्थ रखते हैं।
मूंगफली में पॉली और मोनो अनसेचुरेटेड फैट्स पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। ये फैट्स शरीर के इंफ्लेमेशन को कम करते हैं और रक्तचाप, डायबिटीज और अन्य बीमारियों को रोकते हैं।
1. पौष्टिक तत्वों से भरपूर: मूंगफली में प्रोटीन, फाइबर, और विटामिन्स जैसे पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं, जो शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
2. हृदय स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त: मूंगफली में मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता है जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।
3. शरीर में ऊर्जा का स्रोत: यह अच्छा तंतू है जो शरीर को ताजगी और ऊर्जा प्रदान कर सकता है, विशेषकर जब आप थक जाते हैं।
मूंगफली खाने से होने वाले नुकसान:
1. ऊची कैलोरी: मूंगफली में ऊची कैलोरी हो सकती है, और अधिक मात्रा में खाना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
2. एलर्जी रिस्क: कुछ लोग मूंगफली के प्रति एलर्जीक रह सकते हैं, इसलिए यदि आपको ऐसा लगता है, तो आपको संतुलित रूप से खाना चाहिए।
चिकित्सीय पहलू:
मूंगफली को सेहतमंद बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि आप इसे मानव शरीर की आवश्यकताओं के हिसाब से संतुलित रूप से खाएं। अधिकतम मात्रा में खाने से बचें ताकि आपकी सेहत को कोई नुकसान न हो। यदि आप विशेष रूप से किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो आपको पहले चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
मूंगफली खाने से आपको कई फायदे हो सकते हैं, जैसे कि प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट प्राप्त होना। इससे आपका हृदय, दिमाग, त्वचा और पाचन स्वस्थ रह सकते हैं। लेकिन अगर आप ज्यादा मात्रा में मूंगफली खाते हैं, तो इससे आपको कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।
मूंगफली खाने से होने वाले कुछ नुकसान निम्नलिखित हैं..
- मूंगफली में अफ्लाटोक्सिन नामक एक जहरीला पदार्थ होता है, जो लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए, जिन लोगों को लिवर की कोई बीमारी है, उन्हें मूंगफली से दूर रहना चाहिए।
- मूंगफली में सोडियम की मात्रा भी अधिक होती है, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। इसलिए, जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, उन्हें नमकीन मूंगफली से बचना चाहिए।
- मूंगफली में फैट की मात्रा भी ज्यादा होती है, जो वजन बढ़ाने का कारण बन सकता है। इसलिए, जिन लोगों को मोटापा या डायबिटीज है, उन्हें मूंगफली का सेवन सीमित करना चाहिए।
- मूंगफली में एलर्जी कारक तत्व भी होते हैं, जो कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या पैदा कर सकते हैं। इससे त्वचा में लाल दाने, खुजली, सूजन, नाक बहना, आँखों में जलन आदि हो सकते हैं। इसलिए, जिन लोगों को मूंगफली से एलर्जी है, उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- मूंगफली में ऑक्सालेट होते हैं, जो किडनी स्टोन का कारण बन सकते हैं। इसलिए, जिन लोगों को किडनी की कोई बीमारी है, उन्हें मूंगफली का सेवन कम करना चाहिए।
ये थे मूंगफली खाने से होने वाले कुछ नुकसान। इनके अलावा, मूंगफली का सेवन करने से गैस, कब्ज, एसिडिटी, अर्थराइटिस और थायराइड की समस्या भी हो सकती है। इसलिए, मूंगफली का सेवन संतुलित मात्रा में करें और अपनी सेहत का ध्यान रखें।
चिकित्सीय पहलू से देखें तो, मूंगफली का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होगा। क्योंकि, मूंगफली का सेवन करने से आपको कोई दवा का प्रभाव या दुष्प्रभाव हो सकता है। इसके अलावा, मूंगफली का सेवन करने से आपको कोई अन्य बीमारी या संक्रमण हो सकता है। इसलिए, अपनी सेहत के लिए सावधान रहें और मूंगफली का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से जांच करवाएं।
Disclaimer: यह लेख केवल सूचना और जागरूकता के उद्देश्य से है और यह किसी भी चिकित्सकीय सलाह या निदान की जगह नहीं लेता है। सभी पाठकों से अनुरोध है कि वे किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लें और किसी भी नई आहार योजना या योगाभ्यास की शुरुआत से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें। हम इस लेख के उपयोग से होने वाले किसी भी नुकसान या दुष्प्रभाव के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।